व्यवहारिक मार्गदर्शिका >> ज़ीरो टू हीरो ज़ीरो टू हीरोरश्मि बंसल
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उद्यमशीलता के बल पर सफलता का मार्ग प्रशस्त करती प्रेरणाप्रद पुस्तक
हर किसी के जीवन की एक योजना होती है- एक अलग योजना। आज आप जो कुछ भी हैं, जैसे भी हैं, उसमें आपके जीवन के एक-एक अनुभव का योगदान रहा है। वह अनुभव चाहे अच्छा रहा हो, चाहे बुरा। कभी ऐसा भी होता है कि किसी पत्र-पत्रिका में कोई लेख पढ़ने को मिल जाए, जो आपके जीवन के साथ किसी न किसी रूप मे जुड़ जाए।
जीवन की यात्रा में कुछ ऐसे ही अनपेक्षित मोड़ होते हैं, जो हमें किसी मंजिल की ओर ले जाते हैं। इसलिए बाहर निकलिए, ज्यादा से ज्यादा काम कीजिए, ज्यादा से ज्यादा सीखिए, ज्यादा से ज्यादा अनुभव प्राप्त कीजिए। जीवन के चित्र पटल पर खूब सारे बिंदु बना डालिए। उनमें ‘आत्मविश्वास’ के रंग भरिए - अपनी पसंद के रंग। जीवन को ऐसा बना दीजिए कि वह किसी कलाकार की कृति जैसा दिखाई दे।
‘Zero To हीरो’ कहानी है ऐसे 20 सफल व्यवसायियों की, जिनके पास MBA की डिग्री नहीं थी; जिन्होंने नए बिजनेस की नींव रखी और अपनी कर्मठता तथा उद्यमशीलता के बल पर अपार सफलता अर्जित की। उनके पास एक ही लगन थी कि उन्हें सफल होना है, उन्हें एक रोचक सार्थक और आनंदपूर्ण जीवन जीना है। इन सभी सफल बिजनेसमैन की कहानी से एक ही बात स्पष्ट होती है - आपको बड़े सपने देखने और सफल होने के लिए न तो कोई बड़ी डिग्री ही चाहिए और न ही धनी पिता। सब कुछ आपकी सोच में है, आपके हृदय में हैं और आपके हाथों की शक्ति में।
जीवन की यात्रा में कुछ ऐसे ही अनपेक्षित मोड़ होते हैं, जो हमें किसी मंजिल की ओर ले जाते हैं। इसलिए बाहर निकलिए, ज्यादा से ज्यादा काम कीजिए, ज्यादा से ज्यादा सीखिए, ज्यादा से ज्यादा अनुभव प्राप्त कीजिए। जीवन के चित्र पटल पर खूब सारे बिंदु बना डालिए। उनमें ‘आत्मविश्वास’ के रंग भरिए - अपनी पसंद के रंग। जीवन को ऐसा बना दीजिए कि वह किसी कलाकार की कृति जैसा दिखाई दे।
‘Zero To हीरो’ कहानी है ऐसे 20 सफल व्यवसायियों की, जिनके पास MBA की डिग्री नहीं थी; जिन्होंने नए बिजनेस की नींव रखी और अपनी कर्मठता तथा उद्यमशीलता के बल पर अपार सफलता अर्जित की। उनके पास एक ही लगन थी कि उन्हें सफल होना है, उन्हें एक रोचक सार्थक और आनंदपूर्ण जीवन जीना है। इन सभी सफल बिजनेसमैन की कहानी से एक ही बात स्पष्ट होती है - आपको बड़े सपने देखने और सफल होने के लिए न तो कोई बड़ी डिग्री ही चाहिए और न ही धनी पिता। सब कुछ आपकी सोच में है, आपके हृदय में हैं और आपके हाथों की शक्ति में।
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